बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा का कहना है कि किताब लिखना उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है और एक लेखक के रूप में पदार्पण करने जा रहीं ऋचा यह नहीं चाहती थीं कि लोग उसके मन की आंतरिक क्रियाओं को जान सके. हाल ही में ऋचा ने एक बयान में कहा है कि, "मैं यह हर बार कहती हूं, हालांकि मैं भाग्यशाली हूं कि मैं बहुत सारी चीजों में व्यस्त रहती हूं और यह मुझे आगे बढ़ने में काफी मदद करता है और मैं वह रचनात्मक आत्मा हूं, जो कि आत्म अभिव्यक्ति पर फलती-फूलती रहती है."
आगे अदाकारा ने कहा कि, "मुझे लिखना पसंद है और अगर मैं एक कारपेंटर या फोटोग्राफर भी होती तब भी मैं लिख रही होती. किताब लिखना चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि लोग मेरे मन की आंतरिक क्रियाओं को जाने"
अभिनेत्री ने आगे कहा कि लेखन द्वारा उन्हें एक साथ कई शूटिंग और परियोजनाओं की थकावट से विराम दिया गया है और उन्होंने कहा कि, "मैं जानती थी मैं डेडलाइन में बंधी हूं और मुझे एहसास हुआ था कि मुझे थोड़ी शांति चाहिए. अतः मैं पहले से ही इसके आधे से अधिक पर काम कर चुकी थी, हालांकि मुझे इस बिंदु पर ध्यान केंद्रित करना था कि मैं इसको लेकर रोज सोचूं और इसलिए शूटिंग से ब्रेक लेना जरूरी भी था ताकि मैं खुद को समय देकर किताब को पूरा कर सकूं." वे कहती है कि फ़िलहाल आधिकारिक रूप से किताब पूरी लिखी जा चुकी है.
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