पटना : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नोटबंदी ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के राजनीतिक संबंधों में और अधिक दरार पैदा कर दी है। दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोदी की नोटबंदी को लेकर खुलकर सामने आ गये है तो वहीं लालू नोटबंदी के खिलाफ मोर्चा संभाले हुये है। लालू की राजद ने नोटबंदी के खिलाफ धरना देने का ऐलान किया है लेकिन नीतीश की पार्टी जदयू ने धरना प्रदर्शन में शामिल होने से साफ इनकर कर दिया है।
बताया गया है कि लालू, नीतीश के इस रवैये से खासे नाराज है। गौरतलब है कि लालू और नीतीश के मतभेद इसके पहले भी कई बार सामने आ चुके है, लेकिन गठबंधन में किसी तरह का विवाद न हो, इसलिये लालू का कहना है कि वे नीतीश के फैसले को गठबंधन के बिखराव के रूप में देखना नहीं चाहते है। लालू का दावा है कि गठबंधन में किसी तरह का बिखराव नहीं होगा।
आज से लालू की रैली
लालू यादव ने मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुये बताया कि नोटबंदी से जनता परेशान हो गई है। वे बिहार में घूमकर लोगों को नोटबंदी के खिलाफ एकजुट करने का काम करेंगे। उन्होंने अपने राजद के माध्यम से आज 28 दिसंबर बुधवार से बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर रैली और जुलूस आदि निकालने की जानकारी दी है।