नई दिल्ली: जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी समिति (आईपीसीसी) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है और इस रिपोर्ट में भारत के लिए कई चिंताजनक बातें कही गई हैं। सामने आने वाली रिपोर्ट के अनुसार समुद्र का जलस्तर बढ़ने से मुंबई जैसे शहर पर बाढ़ का व्यापक खतरा मंडरा रहा है। जी हाँ और अगर हालात नहीं सुधरते हैं तो भविष्य में इसके कई इलाके लगातार बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। इसी के साथ अहमदाबाद को ज्यादा तबाही वाली गर्मी का सामना करना होगा जबकि कई अन्य शहर जैसे चेन्नई, भुवनेश्वर, पटना और लखनऊ भी इसी लिस्ट में शामिल हैं। यहाँ गर्मी और आद्रता खतरनाक स्तर पर पहुंच सकती है।
आप सभी को बता दें कि आईपीसीसी ने बीते सोमवार को अपनी छठी मूल्यांकन रिपोर्ट का दूसरा भाग जारी किया। जी हाँ और यह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, जोखिमों और कमजोरियों और उपायों से संबंधित है। कहा जा रहा है पहली बार, पैनल ने अपनी रिपोर्ट में क्षेत्रीय आकलन किए हैं, केवल यही नहीं बल्कि मेगा शहरों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। आईपीसीसी की रिपोर्ट के अनुसार समुद्र के स्तर में वृद्धि से प्रभावित होने वाली आबादी के मामले में भारत विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा खतरे वाला देश है। सामने आने वाली रिपोर्ट के अनुसार, 'विश्व स्तर पर बढ़ रही गर्मी और आद्रता ऐसी परिस्थितियां बनाएगा जो मानव की सहनशीलता से परे होगा। यदि उत्सर्जन को तेजी से समाप्त नहीं किया गया है; भारत उन स्थानों में से है जो इन असहनीय परिस्थितियों का अनुभव करेंगे।'
वहीं जलवायु के लगातार बिगड़ते हालात से दक्षिण एशिया में खाद्य सुरक्षा को लेकर जोखिम खड़ा हो रहा है। इसी के साथ ही यह भी चेताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत और पाकिस्तान में बाढ़ और सूखे के हालात पैदा हो सकते हैं।
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