दिग्गज IT कंपनियों ने मंदी की आहट में बड़ी कटौती भी कर रहे है। अब इस लिस्ट में ShareChat का भी नाम शामिल हो चुके है। कंपनी ने सोमवार 20 फीसद कर्मचारियों की छुट्टी भी कर चुके है। ShareChat के प्रवक्ता की तरफ से जारी बयान में बोला गया है कि यह काफी दर्द भरा निर्णय है।
भारत का अपना ‘TikTok’ प्लेटफॉर्म: केंद्र की नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट ने जब चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया, उसी के बाद से ShareChat की लोकप्रियता में इजाफा देखने के लिए मिला है। बढ़ती लोकप्रियता ने की वजह से बेंगलुरू की स्टार्टअप मोहल्ला टेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने GOOGLE को निवेश करने के लिए भी आकर्षित कर लिया। लेकिन मंदी की आहट के कारण से अब कंपनी ने 500 लोगों को बाहर निकालने का निर्णय भी कर लिया है। बता दें, 5 अरब डॉलर की वैल्यूएशन वाली इस कंपनी में 2200 से अधिक कर्मचारी कार्य करते थे।
कंपनी ने अपने बयान में क्या कहा है?: ShareChat के प्रवक्ता ने इस पूरे मसले पर कहा कि हमें कई कठिन और दर्द भरे निर्णय लेने पड़ गए। हमारी स्टार्ट अप जर्नी का हिस्सा 20 प्रतिशत टैलेंटेड कर्मचारियों का साथ अब छोड़ना पड़ जाएगा। उन्होंने बोला है कि “बढ़ते खर्च की वजह से कंपनी ने सिर्फ अधिक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में पैसा लगाने का भी निर्णय किया है। बता दें, हाल ही में कंपनी में अपनी फैंटसी लीग जीत11 को बंद करने का निर्णय किया था।
कंपनी की आर्थिक स्थिति कैसी है?: कंपनी को अधिकतर कमाई विज्ञापन के साथ ही हो रहा है। वित्त साल 2022 में ShareChat की विज्ञापन 30 प्रतिशत पिछले वित्त वर्ष की तुलना में बढ़ा है। लेकिन कंपनी का खर्च 119 गुना बढ़ कर 3,407.5 करोड़ रुपये रहा। ShareChat के खर्चों में बढ़ोतरी की वजह मार्केटिंग, कर्मचारियों को सुविधा और IT खर्च है। ‘नॉन ऑपेरटिंग एक्सपेंस’ की वजह से शेयर चैट का घाटा 2498.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,988.6 करोड़ रुपये हो चुका है।
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