पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने छापामारी की थी, इसके 24 बाद शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय ने 8,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में सांसद मीसा भारती और उनके दामाद शैलेश कुमार से पूछताछ की। हालांकि इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई हे लेकिन माना जा रहा है कि ईडी को सबूत मिलने के बाद इन लोगों को पकड़ा जा सकता है। इन लोगों से करीब 6 घंटे की पूछताछ की गई।
शैलेश कुमार को पकड़ने के लिए ईडी ने सबूतों की पर्याप्तता के बारे में जानकारी दी। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मनी लाॅन्ड्रिंग के मामले में बिजवासन स्थित मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के परिसर और निदेशकों शैलेश कुमार और मीसा भारती के सैनिक फाॅर्म और घिटोरनी फाॅर्म हाउस पर छापामार कार्रवाई की गई। ईडी ने छापे वाले स्थान से महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामान जब्त किए हैं जिसमें इलेक्ट्राॅनिक उपकरण, मोबाईल फोन आदि शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में दो भाईयों वीरेंद्र जैन, सुरेंद्र जैन को लेकर भी जांच की गई। आरोप थे कि इन लोगों ने करोड़ों के कालेधन को शेल कंपनी के माध्यम से हेरफेर की थी। उन्होंने मिशेल प्रिंटर्स और पैकर्स लिमिटेड के खातों में हेरफेर पर कर अकाॅमोडेशन के नाम पर 60 लाख रूपए की फर्जी एंट्री की।
मीसा भारती पर भी फर्जी कंपनी के माध्यम से शेयर अंतरण का आरोप है। ईडी के अनुसार जैन ने इसके लिए शालिनी होल्डिंग्स लिमिटेड,एड फिन कैपिटल सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मणि माला दिल्ली प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड और डायमंड विनिमय प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चार मुखौटा कंपनी खड़ा किया। फिर इसके करीब 11 महीने बाद में मीसा भारती ने इन सभी शेयरों को पास 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदा लिया और इस तरह उन्हें करोड़ों का फायदा पहुंचाया।
प्रवर्तन निदेशालय के घेरे में मीसा भारती का बिजवासन वाला आलीशान फार्म हाउस भी है। मीसा भारती पर आरोप है कि उन्होंने बिजवासन में फाॅर्म हाउस खरीदने में घोटाला किया है। उन्होंने फाॅर्म हाउस को करीब 1.42 करोड़ में खरीद लिया। बताया जा रहा है कि इसकी लागत 50 करोड़ थी लेकिन इसे काफी कम में खरीदा गया।
लालू प्रसाद यादव के दामाद शैलेश पर ईडी की कार्रवाई