पटना: एनडीए के घटक दलों ने अपने-अपने सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। किन्तु इस ऐलान के साथ ही एक नई किस्म की राजनीति शुरु हो चुकी है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने एनडीए की सीट बंटवारे को अपना सियासी मुद्दा बना लिया है। सीट बंटवारे में अल्पसंख्यकों की नज़रअंदाजी पर राजद ने सवाल खड़े किए हैं।
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राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकि ने कहा है कि आखिर ये किस तरह का सबका साथ सबका विकास है। जिसमें अल्पसंख्यकों की नज़रअंदाज़ी की गई है। आशा है शाहनवाज अब यह नहीं कहेंगे कि 'सबका साथ सबका विकास'। एनडीए के प्रत्यशियों की सूची ने विपक्ष को नया सियासी मुद्दा दे दिया है। राजद इस मुद्दे को भुनाने में लग गई है। दरअसल, एनडीए के प्रत्याशियों की सूची में मात्र एक सीट पर अल्पसंख्यक प्रत्याशी का नाम है। जिसे जदयू ने अपना प्रत्यशी बनाया है। जबकि भाजपा ने इस बार एक भी अल्पसंख्यक प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है। राजद ने एनडीए की तरफ से जारी की गई सूची को अल्पसंख्यकों की अनदेखी से जोड़ा है।
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राजद ने दिग्गज नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने एनडीए पर निशाना साधा है। सिद्दिकी ने कहा है कि आखिर ये किस तरह का सबका साथ सबका विकास है। भाजपा के साक्षी महाराज कहते हैं 2024 के बाद चुनाव की नौबत ही नहीं रहेगी। हमलोग देश को ऐसे हालात से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। आपको बता दें कि भाजपा ने इस बार शाहनवाज़ हुसैन को टिकट नहीं दिया है, जिसको लेकर राजद, भाजपा पर हमला कर रही है।
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