नई दिल्ली : भारत में हर चार मिनट के अंतराल से एक सड़क दुर्घटना होती है। इन दुर्घटनाओं में या तो लोगों की मौत हो जाती है या फिर ऐसे अपंग हो जाते है कि जीवन किसी काम का नहीं रहता। बताया गया है कि विश्व में जितनी भी सड़क दुर्घटनाएं होती है उनमें भारत का नंबर पहले स्थान पर है। वर्ष 2014 का जो आंकड़ा सामने आया है उसमें 2.37 लाख सड़क दुर्घटनाएं होना बताई गई है।
इन हादसों में न केवल 85 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई वहीं दो लाख से अधिक लोग घायल हो गये। प्राप्त जानकारी के अनुसार सड़क दुर्घटनाएं और इनमें मारे जाने वाले लोगों की संख्या का आंकड़ा सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखे गये है। वर्ष 2009 में जो आंकड़े सामने आये है उनमें भारत में सबसे अधिक दुर्घटनायें होना बताई गई है।
अदालत ने यह कहा था उस वक्त
बताया जाता है कि जिस वक्त सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा सर्वोच्च न्यायालय के सामने रखे गये थे, उस दौरान अदालत ने यह कहा था कि यदि शराब पीकर वाहन चलाने पर रोक लगा दी जाती है तो भारत दुनिया की दुर्घटना राजधानी होने के तमगे से बच सकता है। उस दौरान माननीय न्यायालय ने शराब पीकर वाहन चलाने से रोकने के नियम के पर्याप्त क्रियान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया था। गौरतलब है कि बीते दिनों शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय और राज्यीय राजमार्गों पर शराब की दुकानों का संचालन प्रतिबंधित करने का आदेश जारी किया है। कोर्ट ने अपने फैसले में उपरोक्त टिप्पणी की है।