देहरादून: उत्तराखंड में रोडवेज बसों, विक्रम, ऑटो, सिटी बसों में यात्रा करना महंगा हो सकता है। शासन के आदेश पर गठित किराया निर्धारण समिति ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली है। अब इसे प्रदेश परिवहन प्राधिकरण की मीटिंग में पेश किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, समिति ने बीते 3 वर्ष के अंदर डीजल-पेट्रोल के साथ ही गाड़ियों एवं स्पेयर पार्ट्स की कीमतों में वृद्धि के चलते किराये की दरों में बढ़ोतरी की सिफारिश की है।
बीते 2 वर्षों से कोरोना खतरे के चलते प्रदेश परिवहन प्राधिकरण की बैठक नहीं हो पाई है और न ही सार्वजनिक परिवहन से जुड़े गाड़ियों के किराये का नया निर्धारण हो पाया है। ऐसे में सरकार के आदेश पर आरटीओ डीसी पठोई की अध्यक्षता में किराया निर्धारण कमेटी का गठन किया गया था। सूत्रों के अनुसार, किराया निर्धारण समिति ने सार्वजनिक परिवहन से जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों तथा आमजन के साथ बातचीत करके प्रस्तावित किराये की नई दरों का निर्धारण किया है। समिति की रिपोर्ट को शीघ्र ही प्रदेश परिवहन प्राधिकरण की मीटिंग में प्रस्तुत किया जाएगा।
तत्पश्चात, किराये की नई दरों का निर्धारण किया जाएगा। आरटीओ डीसी पठोई ने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। इसे शीघ्र ही प्रदेश परिवहन प्राधिकरण को सौंपा जाएगा। बता दें कि वर्ष 2019 से किराये की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। ऐसे में सिटी बस, विक्रम तथा ऑटो सहित सार्वजनिक परिवहन से संबंधित संगठन निरंतर किराये में वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
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