दुनिया में करुणा, ममता, दया की प्रतीक और विश्व का सबसे बड़ा प्रतिष्ठित नोबल पुरस्कार जैसा सम्मान हासिल कर चुकी भारत की मदर-टेरसा को वेटिकन सिटी रोम में कल 4 सितंबर को संत की उपाधि मिल जाएगी. भारत के लिए यह गौरव के क्षण हैं.
बता दें कि रोम के पोप, पोप फ्रांसिस कार्डिनल परिषद में पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि अब भारत के प.बंगाल के कोलकाता में मनुष्यता की सेवा में जीवन गुजार देने वाली मदर टेरेसा को 4 सितंबर को संत की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि इटली के रोम में दुनिया का सबसे छोटा राज्य वेटिकन है, यहां स्थित चर्च पूरे क्रिश्चियन धर्म में दुनिया में बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखता है. दरअसल, ईसाई धर्म में कैथोलिक संप्रदाय का यह सबसे अहम केंद्र है और इसके सर्वेसर्वा पोप हैं.
गौरतलब है कि क्रिश्चिन धर्म में संत की उपाधि देने की परंपरा ऐतिहासिक है. देखा जाए तो अब तक 10 हजार से भी ज्यादा लोगों को संत के रूप में नामित किया गया है, हालांकि इस संख्या को एकदम सटीक भी नहीं कहा सकता.
भारतीय नागरिक मदर-टेरसा को कल 4 सितंबर को इसी जगह यानी की रोम की वैटिकन सिटी में ईसाई धर्म के कैथोलिक संप्रदाय की ओर से सबसे बड़ी संत की उपाधि दी जाएगी. इस तरह से आधिकारिक तौर पर भारत की मदर टेरेसा दुनिया में कोलकाता की संत कही जाएंगी.
इन गौरवमयी क्षणों के साक्षी बनने हेतु देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मौजूद रहेंगी.यह भारत के लिए ख़ुशी की बात होगी कि संत घोषित होने वाली मदर टेरेसा भारत से सम्बद्ध है. भारत की जयजयकार होने वाले इन सुखद क्षणों की अनुभूति से हर भारतीय गर्व महसूस करेगा.
मदर टेरेसा ऐसा नाम है जिसका स्मरण होते ही हमारा ह्रदय श्रद्धा से...