नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाक़ात की. राष्ट्रपति ने उन्हें दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किया. इधर राष्ट्रपति चुनाव से पूर्व हुई इस मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में अटकलों का बाज़ार गर्म कर दिया है. जबकि संघ ने दोनों की भेंट को पूर्व निर्धारित शिष्टाचार भेंट बताते हुए इसका कोई निहितार्थ नहीं निकाले जाने की बात कही.
उल्लेखनीय है कि इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन के लिए सर्व सम्मति तलाशी जा रही है. उधर शिवसेना अगले राष्ट्रपति के लिए मोहन भागवत के नाम पर फिर विचार करने की बात कर रही है, जबकि भागवत स्वयं इस तरह की संभावना को खारिज कर चुके हैं. वहीं मुखर्जी ने भी खुद को दूसरी बार राष्ट्रपति बनने से इंकार कर दिया है.अब शिवसेना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार नहीं होने पर जाने-माने कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन के नाम की सिफारिश की है.
बता दें कि भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी शिवसेना बार - बार अगले राष्ट्रपति के लिए मोहन भागवत के नाम की वकालत कर रही है. शिवसेना ने इससे पहले कहा था कि देश को एक ऐसा व्यक्ति चाहिए जो हिंदू राष्ट्र के रुप में इसकी किस्मत पर मुहर लगा सके. अब शिव सेना ने कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन के नाम को आगे बढ़ाया है.
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