नागपुर : 90 साल बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गणवेश आज से बदल गया. इस कारण संघ के स्वयंसेवकों ने विजयादशमी पर्व के मौके पर आयेाजित समारोह में खाकी निकर की बजाय भूरे रंग के फुल पैंट में पथ संचलन (मार्च) किया. नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में चल रहे इस समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंचे हैं. थोड़ी देर में संघ प्रमुख मोहन भागवत का संबोधन भी होगा.
उल्लेखनीय है कि खाकी निकर संघ की यूनिफॉर्म में 90 साल से शामिल थी. संघ ने स्वयंसेवकों के लिए मोजों के रंग को बदलने की भी मंजूरी दे दी है और पुराने खाकी रंग की जगह गहरे भूरे रंग के मोजे इसमें शामिल होंगे. हालांकि परंपरागत रूप से शामिल दंड गणवेश का हिस्सा बना रहेगा. ठंड के मौसम में संगठन के स्वयंसेवक गहरे ब्राउन रंग का स्वेटर पहनेंगे.
इस बारे में संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा विभिन्न मुद्दों पर संघ के साथ काम करने को लेकर समाज की स्वीकृति बढ़ती जा रही है और सुविधा के स्तर को देखते हुए वेशभूषा में बदलाव किया गया है, यह परिवर्तन बदलते समय के अनुरूप ढलना दर्शाता है. वैद्य ने कहा कि पहले 2009 में गणवेश में बदलाव का विचार किया गया था लेकिन तब यह काम नहीं हो सका.
विचार-विमर्श के बाद 2015 में इस प्रस्ताव को फिर से आगे बढ़ाया गया और निकर की जगह पैंट को वेशभूषा में शामिल करने की आम-सहमति बन गई संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने इस प्रस्ताव पर कुछ महीने पहले ही मुहर लगाई थी.