उज्जैन/इंदौर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत के बयान से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पल्ला झाड़ लिया है। आरएसएस ने कहा है कि जिस तरह का बयान दिया गया है उसकी वह निंदा करता है और उसका हिंसा में विश्वास नहीं है। गौरतलब है कि केरल में आरएसएस स्वयं सेवकों की कथित तौर पर माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हत्या किए जाने की बात पर कुंदन चंद्रावत ने कथितरूप से कहा था कि जो भी केरल के मुख्यमंत्री पिनराइ विजयन का सिर कलम करेगा उसे 1 करोड़ रूपए का ईनाम दिया जाएगा।
केरल के मुख्यमंत्री विजयन द्वारा इस मामले में कहा गया है कि आरएसएस परिवार के लोगों के हाथ कट गए हैं। आरएसएस के कार्यकर्ता किसी को भी यात्राऐं करने से नहीं रोक सकता है। उनका कहना था कि आरएसएस के लोग कई बार हत्याओं में शामिल रहे हैं। चंद्रावत ने कहा था कि सीएम ने आरएसएस के 300 कार्यकर्ताओं के मारे जाने के बाद भी कुछ भी नहीं कहा।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी अपनी पार्टी पर लगाए आरोपों से बिफरे नज़र आए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार चुप है लेकिन ऐसे में आरएसएस को निंदा योग्य धमकियों के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस मामले में कुछ न कहने पर आश्चर्य जताया। एएन राधाकृष्णन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ऐसी स्टाईल नहीं है। भाजपा लोकतांत्रिक तरह से कार्य करने वाला संगठन है।
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