अजमेर: राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने सवाल खड़े किए हैं. आरएसएस ने सात से नौ सितंबर तक राजस्थान के पुष्कर में चली समन्वय बैठक के दौरान कहा कि एनआरसी की अंतिम सूची में कुछ खामियां हैं. इन खामियों को दूर करने के लिए मोदी सरकार आगे आए. हालाँकि, संघ ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करने की भी मांग की है.
बैठक में NRC पर हुई चर्चा के संबंध में आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने जानकारी दी. उन्होंने बताया है कि बैठक में एनआरसी को लेकर बहुत सारे सवाल सामने आए. चर्चा में यह बात सामने आई कि कई सारे घुसपैठिए NRC में अपना नाम डलवाने में सफल हो गए हैं. यह एक गंभीर समस्या है. इसका समाधान खोजा जाना चाहिए. यहां पर लोगों ने इस बारे में सवाल खड़े किए हैं.
बैठक में कहा गया है कि NRC एक बहुत जटिल मुद्दा है. सर्वोच्च न्यायलय के निर्देश की वजह से असम सरकार को इस बारे में सीमित समय में कार्य करना था. असम में बांग्लादेश से बड़ी संख्या में घुसपैठिए मौजूद हैं. वह वोटर लिस्ट में भी आ गए हैं, आधार कार्ड में भी आ गए. इसलिए एक तरीके से बेहद गंभीर समस्या है. इस रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ियां भी हो सकती है.उन कमियों को दूर करते हुए, आगे बढ़ना चाहिए. पर सरकार ने जो किया है, हम उसका स्वागत करते हैं."
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