मुर्शिदाबादः पश्चिम बंगाल राजनीतिक हिंसा के लिए जाना जाता है। इस हिंसा में अब तक सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बंगाल में बीजेपी के उभार के बाद टीएमसी और भगवा दल के सदस्यों के बीच टकराव बढ़ा है। ताजी घटना पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में घटी है। जहां एक परिवार के सभी तीन सदस्यों, जिनमें आठ-वर्षीय बच्चा और उसकी गर्भवती मां भी शामिल हैं, को धारदार हथियारों से काट डाला गया। इस बात की जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी है।
35-वर्षीय स्कूल शिक्षक बंधुप्रकाश पाल, उनकी 30-वर्षीय पत्नी ब्यूटी तथा आठ-वर्षीय पुत्र आंगन के शव जियागंज इलाके में स्थित उनके घर में अलग-अलग स्थानों से मंगलवार को बरामद हुए. घर में जगह-जगह खून फैला हुआ था। इन हत्याओं ने उस समय राजनैतिक रंग ले लिया, जब भारतीय जनता पार्टी तथा उसके वैचारिक संरक्षक माने जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि बंधुप्रकाश पाल आरएसएस के कार्यकर्ता थे. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने विचलित करने वाले दृश्यों की चेतावनी देते हुए नृशंस तरीके से मारे गए इस परिवार के सदस्यों के शवों का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "इसने मेरी अंतरात्मा को हिलाकर रख दिया है... एक संघ कार्यकर्ता श्री बंधुप्रकाश पाल, उनकी आठ महीने की गर्भवती पत्नी तथा उनके बच्चे को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में क्रूरता से काट डाला गया।
उदारवादियों की ओर से एक शब्द भी नहीं कहा गया।। 59 उदारवादियों की तरफ से ममता को एक खत भी नहीं.।इस तरह कुछ खास घटनाओं पर ही प्रतिक्रिया दिए जाने से मुझे घिन आती है। इस हत्या से पूरा जिला सकते में है। हत्याओं की जानकारी तब मिली, जब विजयदशमी के पूजा पंडाल में परिवार के नहीं पहुंचने पर चिंतित पड़ोसियों ने उनके घर जाकर देखा, और दरवाज़े को भीतर से बंद पाया। बता दें कि इस घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने गृह मंत्रालय और ममता सरकार से जवाब मांगा है।
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