नई दिल्ली : प्रधान मंत्री ने 50 दिनों में नोटबंदी की परेशानी खत्म हो जाने का दावा किया था. हालांकि 50 दिन पूरे होने में आठ दिन बाकी है.फिर भी लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है. एटीएम और बैंकों की कतार में खड़े लोग अब भी परेशान हो रहे हैं. नोटबन्दी के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं. जनता का धैर्य जवाब देने लगा है. लोग न केवल मारपीट पर उतर आएं हैं, बल्कि कैशलेस लेन-देन को लेकर भी झगड़े भी हो रहे है.तो उधर बीकानेर में 500 के नए नोट के रंग छोड़ने का मामला भी सामने आया है.
बीकानेर के सोमेश नाम के शख्स को 500 का नया नोट मिला. लेकिन यह नोट रंग छोड़ने लगा. स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर में लोगों को जब रंग छोड़ने वाला नोट हाथ लगा तो वो ये देखकर चौंक गए, बाद में गुस्साए लोगों ने बैंक में हंगामा कर दिया.उधर यूपी के सिद्धार्थनगर में लोगों को जब एचडीएफसी बैंक के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी, लेकिन जैसे ही बैंक खुला तो बताया गया कि पैसे ही नहीं हैं. इतना सुनने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और गुस्साएं लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया.
नोटबन्दी के दुष्परिणाम का एक मामला नोएडा़ का सामने आया है.जिसमें टैक्सी ड्राइवर अवधेश जब वे पेट्रोल पंप पर सीएनजी भरवाने गए तो पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने कार्ड या पेटीएम के जरिए पैसा लेने से मना कर दिया और पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने अवधेश की जम कर पिटाई भी कर दी.वहीं मारपीट और सड़क जाम की घटना के बाद महाराष्ट्र के धुले में दो बदमाशों ने हथियार के बल पर बैंक मैनेजर को बंधक बनाकर बैंक से 10 लाख 70 हजार रुपये लूट कर फरार हो गए. .दरअसल अब जनता के विद्रोही होने का एक मुख्य कारण सरकार के दावे के बावजूद बैंकों के पास लोगों की जरूरत पूरी करने लायक नकद नहीं होना है.