नई दिल्ली: चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा के लिए जमीन देने का मुद्दा पंजाब में गरमा गया है और इस पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर पंजाब विधानसभा में भी हंगामा हुआ था। अब पंजाब बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इस पर अपनी राय दी है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह अब पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
सुनील जाखड़ ने पंचकुला में एक इंटरव्यू में कहा कि वह चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा के लिए जमीन देने के फैसले का विरोध करते हैं, क्योंकि चंडीगढ़ पंजाब का हिस्सा है और कोई भी पंजाबी इस फैसले को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने और फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की। उनका कहना था कि चंडीगढ़ पर पंजाब का अधिकार है और पीएम मोदी को पंजाब के हित में इस मामले में कदम उठाना चाहिए। जाखड़ ने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था और अपना इस्तीफा जेपी नड्डा को सौंप दिया है।
वहीं, इस मुद्दे पर राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा को अपनी विधानसभा बनाने का अधिकार है और उन्होंने चंडीगढ़ में 60-40 के हिस्से को लेकर दिए गए बयान का समर्थन किया। उनका कहना था कि अगर विधानसभा का परिसीमन होता है, तो हरियाणा को इसकी आवश्यकता होगी, और पंजाब को इसका विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है।
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि हरियाणा की विधानसभा के गठन के समय से यह मुद्दा है और अब परिसीमन के बाद इसकी आवश्यकता और बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक पंजाब और हरियाणा के बीच एसवाईएल और अन्य मुद्दों का समाधान नहीं होता, यह विवाद जारी रहेगा।
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