मंगलवार को राजस्थान ही नहीं पूरे देश के चर्चित 32 साल पुराने रूप कंवर सती प्रकरण का फैसला नहीं सुनाया जा सका. जयपुर की सती निवारण कोर्ट मंगलवार को इस मामले में अपना फैसला सुनाने वाली थी, लेकिन जज पुरूषोत्तम लाल सैनी ने सुनवाई टाल दी है. आइए जानते है पूरी रिपोर्ट
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अभियोजन पक्ष की प्रार्थना पर सुनवाई टाली गई है. अब अगली तारीख पर फैसला सुनाया जाएगा. इस मामले में 39 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. इनमें से कुछ लोगों की मौत हो गई,11 लोग बरी हो गए और 8 लोगों के खिलाफ मंगलवार को फैसला सुनाया जाने वाला था.लगातार 32 साल तक चली सुनवाई के दौरान राजस्थान सरकार के वकीलों और आरोपितों के बीच बहस पूरी हो चुकी है. मंगलवार को फैसला आने की उम्मीद के चलते राजपूत समाज के लोग बड़ी संख्या में कोर्ट पहुंचे,लेकिन सुनवाई टाले जाने के बाद वे वापस लौट गए. आजादी के बाद राजस्थान में सती के कुल 29 मामले सामने आए थे,इनमें रूपकंवर का प्रकरण अंतिम था.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूप कंवर सती प्रकरण के कारण प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की बदनामी हुई थी. बता दे कि ये प्रकरण पूरे देश में चर्चा हुई थी और इसी के कारण सती निवारण कानून बनाया गया था. सती मामले की सुनवाई के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जयपुर में विशेष कोर्ट बनाई थी. देशभर के राजपूत नेताओं ने सती प्रकरण का समर्थन किया था,लेकिन राज्य विधानसभा में तत्कालीन विपक्ष के नेता स्व.भैरोंसिंह शेखावत ने इस का विरोध करते हुए कानून बनाने की मांग की थी. हालांकि उस समय भैरोंसिंह शेखावत को राजपूत समाज का विरोध झेलना पड़ा था.
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