नई दिल्ली : गुरुवार को रुपये की मजबूती के साथ शुरुआत हुई। आज को डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की मजबूती के साथ 71.21 रुपये के स्तर पर खुला है। वहीं बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे कमजोर होकर 71.22 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है। रुपये के लगातार कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण कच्चे तेल के बढ़ते दाम हैं। भारत कच्चे तेल के बड़े इंपोर्टर्स में एक है। भारत ज्यादा तेल इंपोर्ट करता है और इसका बिल भी उसे डॉलर में चुकाना पड़ता है।
डॉलर के मुकाबले 28 पैसे की कमजोरी के साथ खुला रुपया
ऐसे पड़ता है कीमतों पर असर
प्राप्त जानकारी के अनुसार विशेषयग्यों की माने तो रुपये कीमत पूरी तरह इसकी डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती है। इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का भी इस पर असर पड़ता है। हर देश के पास उस विदेशी मुद्रा का भंडार होता है, जिसमें वो लेन-देन करता है। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा की चाल तय होती है। अमरीकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है और ज्यादातर देश इंपोर्ट का बिल डॉलर में ही चुकाते हैं।
डॉलर के मुकाबले कमजोरी के साथ खुला रुपया
ऐसा रहा आज बाजार का हाल
जानकारी के अनुसार लगातार दो दिन गिरावट के साथ बंद होने के बाद गुरुवार को शुरुआती कारोबार में मजबूती का रुख है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.45 बजे 77.67 अंकों की बढ़त के साथ 35,983.10 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 12.40 अंकों की मजबूती के साथ 10,819.05 पर कारोबार करते देखे गए। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 120.29 अंकों की मजबूती के साथ 36,025.72 पर जबकि एनएसई का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 59.05 अंकों की बढ़त के साथ 10,865.70 पर खुला।
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