नई दिल्ली : सप्ताह के दूसरे दिन यानि मंगलवार को रुपये में मजबूती नजर आई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की मजबूती के साथ 70.45 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 62 पैसे टूटकर 70.53 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। बता दें इसी के साथ बाजार की भी शुरुआत मामूली उछाल के साथ हुई है.
रिजर्व बैंक जल्द ला सकता नेत्रहीनों की मदद के लिए एक ऐसा एप
इस तरह चलता है पता
जानकारी के लिए बता दें अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है।
आगामी कुछ महीनों में पूरी हो सकती है, सार्वजनिक उपक्रमों की रणनीतिक बिक्री प्रक्रिया
हर पल बदलते है आंकड़े
इसी के साथ बता दें रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है।
सप्ताह के पहले ही दिन कमजोर नजर आया रुपया