नई दिल्ली : सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार को रुपये में मजबूती के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की बढ़त के साथ 69.59 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये रुपया 45 पैसे टूटकर 69.67 के स्तर पर बंद हुआ। बता दें आज बाजार में भी गिरावट का रुख नजर आया है.
सप्ताह के पहले दिन कमजोरी के साथ हुई रूपये की शुरुआत
इस तरह पता चलते है दाम
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है।
देश के विदेशी पूंजी भंडार में पिछले सप्ताह हुआ 5.23 अरब डॉलर का इजाफा
फिलहाल इस है स्तिथि
इसी के साथ अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है।
बाजार के साथ रुपये में भी नजर आई भारी गिरावट