नई दिल्ली : बुधवार को रुपये में कमजोरी के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की कमजोरी के साथ 68.92 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़कर 68.86 के स्तर पर बंद हुआ है। वही आज कच्चे तेल के दामों में स्थिरता नजर आई. इसी के साथ आज बाजार में मजबूती का रुख नजर आया है.
लगातार दूसरे दिन भी स्थिर रहे पेट्रोल और डीजल में दाम
ऐसे जारी होते है आंकड़ें
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है।
इस कारण सोने-चांदी के भावों में थमी तेजी, अब दर्ज की जा रही है गिरावट
इस तरह चलता है पता
इसी के साथ अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है।
बाजार में बुधवार को भी नजर आया शुरुआती कारोबार में मजबूती का रुख
जेट एयरवेज ने एसबीआई को लिखा पत्र, बकाए वेतन के भुगतान के लिए मांगी मदद