मॉस्को: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच संघर्ष पर रूस ने चिंता व्यक्त की है. साथ ही भरोसा जताया कि भारत और चीन मिलकर सीमा विवाद को सुलझा लेंगे. रूस ने कहा है कि भारत और चीन दोनों ही उसके नजदीकी पार्टनर और दोस्त हैं. बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर जो हो रहा है, उस पर हम करीब से नजर रख रहे हैं.
भारत और चीन की फौजों के बीच हिंसक झड़प की घटना काफी डरावनी है. हालांकि हमारा मानना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने और क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों देश आवश्यक कदम उठाने में सक्षम हैं. आपको बता दें कि 15 जून की रात को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में LAC पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच संघर्ष हुआ था. इसमें इंडियन आर्मी के 20 जवान शहीद हो गए थे. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार इस हिंसक झड़प में चीन के करीब 40 जवान मारे गए हैं.
वहीं, बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हमारे सैनिक मारते-मारते मरे हैं. उन्होंने कहा कि हमने शुरू से अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर काम किया है. साथ ही उनके विकास और कल्याण की कामना की है.
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