मॉस्को: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध और खतरनाक होता जा रहा है। इसी बीच यूक्रेन में रूस अब ऐसे बमों और मिसाइलों का उपयोग कर रहा है, जो इंसान को चंद सेकंड में भाप बना देता है। यूक्रेन में अब रूसी सेनाएं इस तरह के बम और मिसाइलों का इस्तेमाल करने लगी है, जो इंसानों को भाप बना दे। ये बम बंकर को भी नेस्तनाबूद कर देते हैं और टैंक को राख बना देते हैं। इन बमों को पूअर मैन्स न्यूक या पूअर मैन न्यूक्लियर वेपन (Poor Man's Nuke or Poor Man's Nuclear Weapon) के नाम से भी जाता है।
असल में ये बम, थर्मोबेरिक फ्लेमथ्रोअर (Thermobaric Flamethrower) होते हैं। यानी ऐसे हथियार, जो धमाके के साथ ही अत्यधिक गर्मी उत्पन्न करते हैं। साथ ही इनके फटने से तेज शॉकवेव भी निकलती है। बता दें कि, रूस के पास जो थर्मोबेरिक फ्लेमथ्रोअर हैं, उनका नाम TOS-1A Solntsepek heavy thermobaric flamethrower है। ये हथियार किसी भी प्रकार की किलेबंदी को नेस्तनाबूद कर सकते हैं और बख्तरबंद वाहन या बंकर को उड़ा सकते हैं। यही नहीं, यदि ये बम सैनिकों के ऊपर गिर जाएं, तो वहां केवल कंकाल ही मिले। पूरे विश्व में थर्मोबेरिक वेपन सबसे पुराने, घातक और पारंपरिक हथियारों में गिने जाते हैं। इन्हें गरीबों का परमाणु बम कहा जाता है।
बता दें कि रूस का TOS-1 थर्मोबेरिक हथियार 220 मिमी के 30 बैरल वाली एक आर्टिलरी गन है। इसमें से रॉकेट या टी-72 टैंक के गोलों के माध्यम से इन बमों को कहीं भी गिराया जा सकता है। इन हथियारों की रेंज 6 से 10 किमी है। ये जहां धमाका करते हैं, वहां पर 1000 फीट के दायरे में कुछ भी नहीं बचता। विस्फोट के बाद जो शॉकवेव निकलती है, वो सैनिकों के फेफड़ों को फाड़ डालती है। इसके बाद 3000 डिग्री सेल्सियस का तापमान, जिससे शरीर का हर हिस्सा सेकेंड्स में जलकर राख बन जाता है और दुश्मन के बचने की कोई उम्मीद नहीं बचती है।
22 महीने बाद Twitter पर डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी, हर सेकंड्स में बढ़ रहे फॉलोवर्स
720 डिग्री तापमान पर खौल रहे एल्युमिनियम टब में गिरा व्यक्ति, जानिए आगे क्या हुआ?
उइगुर मुस्लिमों की नस्ल ख़त्म करने के लिए चीन ने अपना नया तरीका, रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा