मास्को. दुनिया के दो सबसे शक्तिशाली देश, रूस और अमेरिका के बीच के रिश्ते पिछले कुछ सालों से लगातार बिगड़ते ही जा रहे है. और जब से अमेरिकी राष्ट्रपति पद की सपथ डोनाल्ड ट्रम्प ने ली है तब से तो इन दोनों देशों के बीच की कड़वाहट बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है. पहले तो इन दोनों देशों ने एक दूसरे पर व्यापारिक प्रतिबन्ध लगाना शुरू किया जो अब ट्रेड वार का रूप ले चूका है लेकिन इसके बाद अब इन दोनों देशों के बीच की दुश्मनी अब खतरनाक स्तर की ओर बढ़ती जा रही है.
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दरअसल अमेरिका का मानना है कि रूस महत्वपूर्ण हथियार संधि और परमाणु संधि के विपरीत जा कर अपने देश में कई बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार कर रहा है और इस मामले में अमेरिका ने कुछ समय पहले ही रूस को एक गंभीर चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर रूस 60 दिन के अंदर-अंदर अपनी मिसाइलों को नष्ट नहीं करेगा तो अमेरिका भी परमाणु हथियारों को लेकर की गई इस महत्वपूर्ण संधि से खुद को अलग कर लेगा और परमाणु हथियारों का जखीरा खड़ा कर देगा.
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अब रूस ने भी अमेरिका की इस धमकी का पलटवार किया है. रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने हाल ही में एक बयान जारी कर अमेरिका के इस दावे को खारिज कर दिया है कि रूस मॉस्को शीत युद्ध के दौरान हुए परमाणु हथियार समझौते के विपरीत जा रहा है. इसके साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी हाल ही में एक बयान जारी कर अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर वो अपने देश में प्रतिबंधित मिसाइलों को विकसित करेगा तो रूस भी ऐसा ही करेगा और फिर रूस की मिसाइलें अमेरिका से काफी ज्यादा और बेहतर होगी.
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