मॉस्को: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए विश्व में रूस ने सबसे पहले वैक्सीन तैयार करने का दावा किया है. हालांकि विश्व के कई अन्य देश इस वैक्सीन की उपयोगिता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, किन्तु रूस अपने इस वैक्सीन को लेकर आगे बढ़ रहा है. रूस अगले सप्ताह से वैक्सीन स्पुतनिक-V की प्रभावकारिता और सुरक्षा को लेकर अध्ययन आरंभ करेगा.
रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V का अगले सप्ताह से हजारों वॉलंटियर्स के टीकाकरण के साथ ही रूस में वैक्सीन की प्रभावकारिता, इम्युनोगैनेसी और सुरक्षा का एक पूर्व नियोजित पोस्ट-पंजीकरण, प्लेसबो-नियंत्रित मल्टीसेंटर क्लीनिकल स्टडी आरंभ होगी. 45 से ज्यादा चिकित्सा केंद्रों में 40,000 से ज्यादा लोग अध्ययन में शामिल होंगे. ह्यूमन एडेनो वायरल वैक्सीन के लाभों के संबंध में विवरण जानकारी 'स्पुतनिक-वी' वेबसाइट पर दी गई है.
रूस के सरकारी वित्तीय संस्थान रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) के मॉस्को के गामेल्या के नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने वेबसाइट लॉन्च करते हुए रिसर्च से संबंधित सभी जानकारियां सार्वजनिक की हैं. RDIAS ने कई विदेशी संस्थानों को भी स्पुतनिक-V के क्लीनिकल ट्रायल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन के लिए आमंत्रित किया है. साथ ही RDIAS ने विश्व की पहली कोरोना वैक्सीन के बारे में sputnikvaccine.com पर ह्यूमन एडेनो वायरल वैक्सीन के संबंध में एक सूचना सेक्शन आरंभ किया है.
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