नई दिल्ली: भारत में रूस के उप-राजदूत रोमन बाबुश्किन ने कहा है कि S-400 मिसाइल सिस्टम डील, भारत की 'संप्रभुता' की ताकत की प्रतीक है. रूसी अधिकारी ने इस बात से इनकार किया है कि गत सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे के दौरान साइन किए जाने वाले सौदे या अन्य प्रमुख 'भारत ने दिखाई अपनी ताकत..', रूस ने तारीफ में बहुत कुछ कहा समझौते अमेरिकी प्रतिबंधों पर चिंताओं की वजह से बाकी रह गए थे.
बाबुश्किन ने रक्षा सौदे पर भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि, 'S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने का फैसला इस बात का एक बेहद मजबूत उदाहरण है कि हमारी रक्षा और रणनीतिक साझेदारी कितनी उन्नत है और राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों को चुनने के लिए भारतीय संप्रभुता कितनी सशक्त है.' उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि रूस से पांच एस-400 मिसाइल सिस्टम में से पहले की डिलीवरी इस महीने पूरी होने की संभावना है.
एक दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान पुतिन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच कई मुद्दों पर वार्ता हुई और दोनों पक्षों ने 28 समझौतों पर साइन किए. दोनों पक्षों की ओर से 99-सूत्रीय संयुक्त बयान जारी किया. किन्तु इस बैठक के दौरान रिसीप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक्स एग्रीमेंट (RELOS) और नौसेनाओं के बीच सहयोग समझौता ज्ञापन पर साइन किए जाने की संभावना जताई जा रही थी, किन्तु ये बाकी ही रह गया.
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