पुतिन: आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच जारी भयंकर जंग को 4 दिन बीत चुके हैं। ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने आगे आते हुए नागोर्नो-करबाख क्षेत्र में जातीय आर्मीनियाई सेना और अजरबैजान के बीच फ़ौरन संघर्ष विराम लागू करने का आह्वान किया है।
इस खूनी सशस्त्र संघर्ष में आधिकारिक रूप से 100 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दोनों देशों ने कहा है कि वे युद्ध जारी रखेंगे। क्रेमलिन ने एक बयान में कहा कि नागोर्नो-करबाख संघर्ष में "तेज वृद्धि" पर गहन बातचीत हुई है और नेताओं ने बड़े स्तर पर चल रही शत्रुता पर "गंभीर चिंता" प्रकट की। दोनों ने नोट किया कि संकट का समाधान करने के लिए राजनीतिक और कूटनीतिक प्रक्रिया का कोई ऑप्शन नहीं है। क्रेमलिन ने कहा है कि, "व्लादिमीर पुतिन और इमैनुएल मैक्रॉन ने पूरी तरह से और जल्द से जल्द लड़ाई रोकने का से आह्वान किया। इसके साथ ही दोनों देशों से तनाव को कम करने के लिए संयम रखने की अपील की है।"
आपको बता दें कि दो पूर्व सोवियत राज्य नागोर्नो-काराबाख, दक्षिण काकेशस में एक भूभागीय क्षेत्र पर 27 सितंबर से आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच जंग जारी है। नागोर्नो-करबाख को अंतरराष्ट्रीय तौर पर अजरबैजान के एक हिस्से के रूप में मान्यता प्राप्त है, लेकिन यह विवादित बना हुआ है क्योंकि इस क्षेत्र का नियंत्रण जातीय आर्मीनियाई आवाम का है।
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