नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग मामले में शीर्ष अदालत ने बुधवार को महाराष्ट्र पुलिस को दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने के लिए कहा है। मामले की सुनवाई दो सप्ताह तक के लिए टाल दी गई है। गौरतलब है कि गत वर्ष 16 अप्रैल को पालघर में दो साधुओं की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। ये दोनों साधु अपने गुरु के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए गुजरात के सूरत शहर जा रहे थे। इसी दौरान लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझ कर मार डाला था।
मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) से जांच करवाए जाने की मांग को याचिका दाखिल की गई है। महाराष्ट्र सरकार मामले में CBI जांच नहीं चाहती है। उसने शीर्ष अदालत को पिछली सुनवाई में सूचित किया था कि सभी दोषी पुलिस अधिकारियों को दंडित या निलंबित कर दिया गया है। ऐसे में CBI जांच की आवश्यकता नहीं है। इससे पहले शीर्ष अदालत ने महाराष्ट्र सरकार से घटना के संबंध में आरोपपत्र और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच के विवरण का रिकॉर्ड देने के लिए कहा था।
याचिका में CBI द्वारा पुलिस अधिकारियों के खिलाफ लॉकडाउन के दौरान भीड़ को जमा होने से रोकने में कथित नाकामी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है। मामले में साधुओं के रिश्तादार और जूना अखाड़ा के साधुओं ने सीबीआइ और NIA जांच की मांग की थी।
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