नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को दी गई मदद पर चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ ताल्लुक रखने से किसी देश को ‘कोई फायदा नहीं’ हुआ है। दरअसल, जयशंकर अमेरिका की तरफ से एफ-16 लड़ाकू विमानों के रखरखाव के लिए पाकिस्तान को दी गई 45 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद के बारे बात कर रहे थे। विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को दी गई इस प्रकार की मदद का इस्तेमाल किसके (भारत के) खिलाफ होता है, ये बात सभी जानते हैं।
विदेश मंत्री ने भारतीय-अमेरिकियों के साथ एक संवाद के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा है कि, ईमानदारी से कहूं, तो इस संबंध से न तो पाकिस्तान को कोई लाभ हुआ है और न ही इससे अमेरिका के हितों को पूरा करने में सहायता मिली है, इसलिए अब अमेरिका को वास्तव में यह सोचना चाहिए कि इस संबंध का फायदा क्या है और इससे उन्हें क्या मिल रहा है। अमेरिका ने इसको लेकर दलील दी थी कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए एफ-16 फाइटर जेट के रख-रखाव के लिए आर्थिक मदद दी गई है। जयशंकर ने अमेरिका के इस तर्क के बारे में बात करते हुए कहा कि हर कोई जानता है कि एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल कहां और किसके खिलाफ किया जाता है। उन्होंने कहा कि, आप इस तरह की बातें कहकर किसी को मूर्ख नहीं बना सकते।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन के पाकिस्तान को सैन्य मदद पर रोक लगाने संबंधी फैसले को बदलते हुए 8 सितंबर को पाकिस्तान को एफ-16 फाइटर जेट्स के लिए 45 करोड़ डॉलर की मदद को हरी झंडी दी थी।
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