जेनेवा: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर से आतंकवाद के मुद्दे को उठाते हुए पूरे विश्व से इसके खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अलकायदा, इस्लामिक स्टेट, बोको हराम, अल-शबाब जैसे आतंकवादी संगठन अब भी खतरा बने हुए हैं। वैश्विक सुरक्षा के लिए ये आतंकी संगठन अब भी खतरा बने हुए हैं। हालांकि, जयशंकर ने इस दौरान किसी देश का नाम नहीं लिया, मगर उनका इशारा पाकिस्तान की तरफ ही था। जयशंकर ने आगे कहा कि आज के दौर में आतंकवाद का खतरा पहले के मुकाबले और गंभीर रूप में हमारे सामने है। उन्होंने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ जगहों पर आज भी ये संगठन जिंदा हैं, उनका नेटवर्क सक्रीय है।
#WATCH | Anjali Vijay Kulthe, a nursing officer at Cama & Albless Hospital, victim & survivor of the 26/11 Mumbai terror attacks, tells about the attack on her hospital & how she saved the lives of 20 pregnant women amid firing by terrorists outside. pic.twitter.com/wkl9lsEHWq
— ANI (@ANI) December 15, 2022
विदेश मंत्री ने कहा कि खासतौर पर दक्षिण एशिया में ऐसी स्थिति है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आतंकवाद के मुख्य केंद्र एक्टिव हैं। यही नहीं जयशंकर ने कहा कि सांप पालने वालों को भी सांप काट सकता है, यह उन्हें सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सही सलाह लेना पसंद ही नहीं है। आज पूरा विश्व उसे आतंकवाद के केंद्र के रूप में देखती है, मगर वह सुधार के लिए तैयार ही नहीं है। इस दौरान भारत ने UNSC में 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले में बचीं अंजलि कुलथे का एक वीडियो मेसेज भी दिखाया। अंजलि ने उस वीडियो मैसेज में बताया कि, जब अजमल कसाब की पहचान के लिए उन्हें बुलाया गया था तो आतंकी मुस्कुरा रहा था, उसके चेहरे पर कोई अफसोस नहीं था। बता दें कि, यह आतंकी हमला पाकिस्तान स्थित और समर्थित संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने किया था, जो आज भी सक्रीय है। अब तक इस आतंकी हमले के आरोपी हाफिज सईद और जकी-उर-रहमान लखवी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं।
I was called for Ajmal Kasab's identification, he laughed and said that I identified him correctly & that he was only Ajmal Kasab. Despite killing so many people, there wasn't any remorse on his face. I was saddened & angry by this: AV Kulthe, Nurse, Cama & Albless Hospital pic.twitter.com/1INMeqBwqE
— ANI (@ANI) December 15, 2022
एस जयशंकर ने आगे कहा कि UNSC को अच्छी तरह से पता है कि पूरे विश्व की सुरक्षा और शांति के लिए आतंकवाद एक बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि कुलथे का बयान बताता है कि अब तक 26/11 के पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिला है। उन आतंकियों पर शिकंजा नहीं कसा जा सका, जिन्होंने इसे अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद को रोकने के लिए टेरर फाइनेंसिंग, उसे बढ़ावा देने वाले मुल्कों पर शिकंजा कसना होगा। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि हमें उन देशों की जिम्मेदारी निर्धारित करनी होगी, जिनकी सरजमीं से ऐसे आतंकी कारनामे अंजाम दिए जाते हैं।
इसके साथ ही जयशंकर ने चीन पर भी आतंकवादियों के खिलाफ आए प्रस्तावों को रोकने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा। पाकिस्तान को लेकर जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के स्पॉन्सर देश आज भी सुधरने को तैयार नहीं हैं। वह अपनी पूरी ताकत से आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगे हैं। इन हरकतों को अंजाम देने के लिए ऐसे देश अपनी कमजोरी और सरहदों का रोना रोते हैं। मगर यह तब तक ही है, जब तक हम उनके तर्कों को सुन रहे हैं।
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