कोच्ची: केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगे प्रतिबन्ध को ख़त्म करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार इस निर्णय के समर्थन में ख़ड़ी है, लेकिन राइट विंग हिन्दू संगठन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत तमाम हिंदू संगठन और बड़ी संख्या में लोग अदालत के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खिलाफत कर रहे हैं.
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इन सब विरोध प्रदर्शन के बाद भी राज्य की कम्युनिस्ट सरकार शीर्ष अदालत के फैसले का साथ दे रही है और महिलाओं के मंदिर में प्रवेश देने की वकालत कर रही है. केरल सरकार और कई महिला संगठन जो मंदिर में प्रवेश के पक्ष में हैं वे आज 620 किलोमीटर की दूरी के बीच मानव श्रंखला बनाने वाले हैं.
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इस मानव श्रंखला में लाखों की संख्या में महिलाएं हिस्सा लेने वाली हैं, तिरुवनंतपुरम से लेकर कसोरगोड़ तक महिला दीवार बनाई जाएगी. महिलाओं की इस दीवार का नेतृत्व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा कर रहे हैं, जिसमे माकपा नेता वृंदा करात भी शामिल हैं. इस महिला दीवार के कार्यक्रम को कामयाब बनाने के लिए वार्ड से लेकर जिला स्तर और निवार्चन क्षेत्र स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं. ये सभी महिलाएं आज दोपहर तकरीबन तीन बजे से इस मानव श्रृंखला का अभ्यास करने पहुंचेगी और महिलाओं को बराबरी का हक़ दिए जाने का संकल्प लेंगी.
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