कोच्ची: केरल की 4 महिलाऐं, जिसमे से दो पेशे से वकील थी ने आज बुधवार को केरल के प्रसिद्ध मंदिर सबरीमाला में पूजा करने के लिए केरल हाई कोर्ट से सुरक्षा की मांग की है. वकील माया कृष्णन और एच रेखा, जीजपोल पीएस और जलजामोल पीएस ने अपनी याचिका में कहा कि वे 10-50 आयु वर्ग के हैं और सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के अनुसार मंदिर में प्रार्थनाएं करना चाहते हैं.
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उन्होंने पड़े मंदिर के मुख्य पुजारी राजीवार कंदारारू और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस की राज्य इकाइयों के अध्यक्षों सहित 14 उत्तरदाताओं का भी नाम दिया और कहा कि वे "निराधार अनुष्ठान" के नाम पर हिंसा भड़का रहे थे, जो की शीर्ष अदालत की नज़र में असंवैधानिक है. याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उत्तरदाताओं का कार्य सार्वजनिक रूप से मंदिर में प्रवेश करने से प्रजनन आयु की महिलाओं को रोकना एक दुर्भावनापूर्ण कार्य है और राज्य सरकार द्वारा इसकी जांच की जाना चाहिए.
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आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 12 महिलाओं ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की थी, जिनमे से अधिकतर महिलाओं के साथ पुलिस बल भी मौजूद था, लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें मंदिर में घुसने नहीं दिया था. अब ये मामला फिर से सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, अदालत पुनर्विचार याचिका पर 13 नवंबर को सुनवाई की जाएगी.
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