कोच्ची: शिवसेना के केरल इकाई ने शनिवार को चेतावनी दी है कि अगर कोई भी युवा महिला मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करती है तो उनकी महिला समाजसेविकाएं आत्महत्या कर लेंगी. शिवसेना की केरल इकाई के सदस्य पेरिंगाममाला ने कहा है कि 17 और 18 अक्टूबर को शिवसेना की महिला कार्यकर्ता पम्बा नदी के तट पर इकठ्ठा होंगी और इस बीच अगर 10 से 50 वर्ष के आयु की कोई भी महिला मंदिर में प्रवेश करती है तो हमारी समाज सेविकाएं सामूहिक आत्महत्या कर लेंगी.
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वहीं आज ही लिंग समानता कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने घोषणा की कि वह जल्द ही अय्यपा मंदिर की यात्रा करने की योजना बना रही है, उन्होंने अभियान चलाया था और उनकी ब्रिगेड ने मुंबई के हाजी अली दरगाह, महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शनि शिगनापुर मंदिर जैसे धार्मिक स्थानों पर महिलाओं के लिए प्रवेश को लेकर प्रचार भी किया था.
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राज्य सरकार, जिसने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करने का फैसला किया है, मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए की गई तैयारी का मूल्यांकन करने के लिए यहां एक बैठक भी आयोजित की थी. आपको बता दें कि सबरीमाला अय्यपा स्वामी मंदिर 17 अक्टूबर शाम को मासिक पूजा के लिए खुल जाएगा.
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