जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जिसका अच्छा ख़ासा क्रेडिट सचिन पायलट को दिया जा रहा है, वे कांग्रेस के नेतृत्व में राजस्थान में बनने जा रही सरकार में उप-मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे. लंदन में पढ़ाई के दौरान सचिन की मुलाकात जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन साराह अब्दुल्ला से हुई और कुछ दिनों के बाद दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे.
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लंदन में शिक्षा पूरी करने के बाद सचिन वापस दिल्ली आ गए. वहीं, सारा लंदन में ही पढ़ाई कर रही थीं. दोनों के बीच यह दूरी आ जाने के बाद भी दोनों का प्यार कायम रहा. दोनों ई-मेल और फोन के जरिए बात करते थे. दोनों लगभग तीन साल तक एक-दूसरे से प्रेम करते रहे और इसके बाद दोनों ने अपने रिश्ते के बारे में अपने परिवार को बताने का निर्णय किया.
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सचिन और सारा ने जब अपने परिवार वालों को इस बारे में बताया तो दोनों के प्यार के बीच धर्म की दीवार खड़ी हो गई. सचिन जहां हिंदू परिवार से थे, वहीं सारा मुस्लिम परिवार से, सचिन के परिवार ने दोनों की शादी के लिए साफ़ इनकार कर दिया. वहीं, सारा के पिता फारुख अब्दुल्ला ने इस बारे में चर्चा करने से ही इंकार कर दिया था, लेकिन सारा नहीं मानी. उसने अपने पिता को मनाने के लिए सारी कोशिश की. सारा कई दिनों तक रोती रहीं, पर उनके पिता नहीं पिघले. 2004 में सचिन और सारा ने किसी की परवाह किए बिना शादी कर ली, इस शादी में सारा के परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ, जबकि सचिन के परिवार ने सारा का बहुत साथ दिया. हालांकि समय के साथ-साथ सारा के परिवार ने भी दोनों के रिश्ते को मंजूर कर लिया.
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