मुबईः क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले विश्व के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट को मनोरंजक बनाने का नुस्खा बताया है। तेंदुलकर ने बताया कि यदि टेस्ट क्रिकेट अच्छी पिचों पर खेला जाए तो यह काफी मनोरंजक हो सकता है और उनका मानना है कि लंबे प्रारूप के लिए 22 गज की पिच काफी अहम है. अपनी बात का समर्थन करने के लिए तेंदुलकर ने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले हफ्ते लॉर्ड्स में एशेज टेस्ट (Ashes) के लिए बनाई गई पिच पर स्टीव स्मिथ और जोफ्रा आर्चर के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा हुई।
सचिन ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पिच पर निर्भर होती है. अगर आप अच्छी पिचें देते हैं तो क्रिकेट कभी भी उबाऊ नहीं हो सकता है. इससे मैच के दौरान हमेशा रोमांचक क्षण होंगे, गेंदबाजी स्पैल भी रोमांचक होंगे, अच्छी बल्लेबाजी होगी और लोग यही देखना चाहते हैं.’ उन्होंने यह बात मुंबई हाफ मैराथन के मौके पर कही। तेंदुलकर ने आर्चर और स्मिथ के बीच प्रतिद्वंद्विता के बारे में कहा, ‘दुर्भाग्य से स्मिथ चोटिल हो गए. यह उनके लिए बड़ा झटका था लेकिन टेस्ट क्रिकेट तब रोमांचक हो था जब जोफ्रा आर्चर उन्हें चुनौती दे रहे थे।
यह अचानक ही रोमांचक हो गया था और सभी का ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर चला गया था। महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने200 टेस्ट मैचों 15921 रन बनाए हैं। उन्होंने लंबे प्रारूप में दिलचस्पी को फिर से जगाने के लिए ऐसी पिचें तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया जो थोड़ी रोचक हों. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हम रोचक पिचें तैयार करते हैं तो टेस्ट क्रिकेट को फिर से दिलचस्प हो जाएगा. लेकिन अगर पिचें सपाट हैं तो टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियों बरकरार रहेंगी।
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