मुंबई : मशहूर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बीसीसीआई के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें उनके हित ‘समाधान योग्य श्रेणी’ में आते हैं। सचिन ने कहा कि मौजूदा हालात के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ही जिम्मेदार है। सचिन बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहाकर समिति (सीएसी) में सदस्य के तौर पर शामिल हैं, जबकि आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीम मुंबई इंडियंस के ‘आइकन’ हैं।
बैंगलोर को कोचिंग देना चाहता है यह दिग्गज अफ्रीकी बल्लेबाज
लक्ष्मण को भी जारी किया था नोटिस
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सचिन ने बीसीसीआई के एथिक्स (नैतिक) अधिकारी और लोकपाल डीके जैन को दिए 13 पॉइंट के अपने जवाब में कहा है कि वे प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय और सीईओ राहुल जौहरी से पूछें कि सीएसी में उनकी भूमिका क्या है? डीके जैन ने सचिन के साथ-साथ वीवीएस लक्ष्मण को भी आईपीएल फ्रेंचाइजी के मेंटॉर के साथ सीएसी के सदस्य होने के कारण हितों के टकराव के लिए नोटिस जारी किया था। लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटॉर हैं।
IPL 2019 : मुंबई ने कोलकाता को हराकर हैदराबाद को दिया तोहफा
अब तक नहीं हुई भूमिका स्पष्ट
जानकारी के मुताबिक हितों के टकराव के आरोप का यह तीसरा मामला है। इससे पहले सौरव गांगुली के खिलाफ भी यह बात सामने आई थी। गांगुली और लक्ष्मण भी लोकपाल के आरोपों को खारिज कर चुके हैं। बीसीसीआई के संविधान के अनुच्छेद 38 (3) (ए) के मुताबिक, ऐसे विवाद जिन्हें हितों का खुलासा करने पर सुलझाया जा सके वे ‘ट्रैक्टबल कन्फ्लिक्ट’ की श्रेणी में आते हैं। लक्ष्मण और गांगुली की तरह सचिन का भी कहना है कि सीईओ और सीओए ने अबतक उनकी भूमिका स्पष्ट ही नहीं की है।
वेस्टइंडीज के इन दो बल्लेबाजों ने बनाया साझेदारी का एक ऐसा रिकॉर्ड
पीसीबी के इस प्रस्ताव को यूनुस की ना
IPL 2019 : ग्रुप मुकाबले खत्म, अब इन चार टीमों के बीच होगी खिताबी जंग