नई दिल्ली: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और 24 फ़रवरी रिश्ता बेहद ख़ास है। आज ही के दिन सचिन तेंदुलकर ने 10 वर्ष पूर्व अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक जड़ इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया था। सचिन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रनों की पारी खेल एकदिवसीय क्रिकेट के 39 वर्ष के इतिहास की पहली डबल सेंचुरी जड़ी थी।
साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ वनडे श्रृंखला के दूसरे मैच में सचिन तेंदुलकर ग्वालियर के कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में ओपनिंग बैट्समैन के तौर पर मैदान में उतरे थे। उस दिन सचिन अलग ही रंग में नज़र आ रहे थे और उन्होंने अपना अर्धशतक महज 37 गेंदों में जड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी रफ़्तार को थोड़ा धीमा किया और 90 गेंदों में 13 चौकों की सहायता से अपना शतक पूरा किया। लेकिन सचिन यहीं पर ही नहीं रुके उन्होंने अपने शतक को डबल सेंचुरी में तब्दील किया।
जैसे ही सचिन का शतक पूरा हुआ वो मैदान के चारो तरफ खुलकर शॉट्स खेलने लगे। उन्होंने 100 रन से 150 रन तक पहुंचने में महज 28 गेंदें खेली। इसके बाद भी सचिन की बल्लेबाज़ी का स्ट्राइक रेट बढ़ता ही गया और उन्होंने अगला शतक महज 57 गेंदों में पूरा कर एकदिवसीय क्रिकेट में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से लिखवा लिया। सचिन ने 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्के की सहायता से दोहरा शतक ठोंक डाला। आपको बता दें कि सचिन जब 198 रनों पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, उस समय क्रिकइंफो का सर्वर क्रैश हो गया था, क्योंकि लाखों-करोड़ों लोग सचिन को इतिहास बनाते देखने के लिए वेबसाइट पर पहुंचे थे।
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