यूपी: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के घर लोगों का हुजूम देखा गया लोगों ने प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वाश जताया है, मामला कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की मौत से जुड़ा है, सचिन वालिया की महाराणा प्रताप जयंती के दिन कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद पुलिस भी इस मामले में कुछ करती दिखाई नहीं दे रही है.
घरवालों का इस हत्या के बारे में आरोप है कि महाराणा प्रताप जयंती पर इकट्ठे हुए राजपूत संगठनों ने पहले ही एक वीडियो जारी किया था जिसमें दलितों के खिलाफ नफ़रत देखी गई थी, इस बारे में कमल वालिया का कहना है कि सचिन की जगह उन लोगों का टारगेट मैं था हो सकता है सचिन का मेरे जैसे दिखने के कारण उन्होंने मेरी जगह सचिन को निशाना बना लिया, कमल चुकी भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष है वहीं भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर पहले ही जेल में बंद है.
पुलिस पर इस मामले में मुद्दे को दबाने का आरोप लगा है साथ ही जो लोग जयंती मना रहे थे सूत्रों के अनुसार जो लोग महाराणा प्रताप की जयंती में शामिल थे उन लोगों में मुख्यमंत्री योगी के रिश्तेदार भी शामिल थे. सचिन के दोस्त के रोबिन गौतम का कहना है कि 'सचिन और हम साथ में बैठे थे लोकल इंटेलीजेंस को कुछ ऑफीसर आये और सचिन को अपने साथ लेकर चले गए, कुछ देर बाद सचिन को गोली लगने की बात सामने आई.'
पुलिस का इस बारे में कहना है कि अभी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है इसलिए अब तक यही कहा जा रहा है कि सचिन ने अपने घर में बन्दुक से खुद को गोली मारी, घरवालों ने इस आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए पुलिस की जाँच टीम को कटघरे में खड़ा किया है, उनके अनुसार अगर घर में गोली मारी होती तो बन्दुक से निकली हुई गोली कहा है? बन्दुक कहा है? घर में कोई खून के धब्बे भी नहीं है, ऐसे में पुलिस भी यहाँ जांच को घूमते हुए दिखाई दे रही है.
सहारनपुर: जिलाध्यक्ष के भाई की हत्या, FIR और तनाव
यूपी: भीम आर्मी अध्यक्ष के भाई की गोली मारकर हत्या के बाद तनाव