60 और 70 के दशक में अदाकारा साधना हिंदी सिनेमा का एक जाना पहचाना नाम हुआ करती थीं. साधना को 'मेरा साया', 'आरजू', 'एक फूल दो माली', 'लव इन शिमला', 'वक्त' और 'वो कौन थी' जैसी फिल्मों के लिए बखूबी जाना जाता है और उस दौर में साधना का हेयर स्टाइल इतना फेमस था कि उसका नाम ही 'साधना कट' रख दिया था. आज ही के दिन 2 सितंबर 1941 को जन्मीं साधना के बारे में जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से के बारे में...
एक्ट्रेस साधना का जन्म पाकिस्तान के कराची में हुआ था और वो अपने मां-बाप की इकलौती संतान थीं. भारत के बंटवारे के बाद उनका परिवार कराची छोड़कर मुंबई आ बसा था. साधना के पिता को अदाकारा साधना बोस पसंंद थीं और इसलिए अपनी बेटी का नाम भी उन्होंने साधना ही रख दिया था, उन्होंने 8 साल तक अपनी पढ़ाई घर पर ही की.
साधना ने अपनी अधिकतर फिल्मों के डायरेक्टर आरके नैय्यर से प्यार हो जाने के बाद मार्च 1966 में शादी कर ली थी और साधना के माता-पिता इस शादी के खिलाफ थे, ऐसा इसलिए क्योंकि नैय्यर उनसे उम्र में काफी बड़े थे और दोनों की कोई संतान भी नहीं थीं. वहीं शादी के बाद साधना द्वार फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया गया था. एक समय ऐसा था, जब साधना बॉलीवुड की सबसे अधिक फीस लेने वाली एक्ट्रेस थीं, लेकिन 1995 में पति के निधन के बाद साधना अकेली रह गई थीं और अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में वे मुंबई के एक पुराने बंगले में किराये पर रहती थीं. बता दें कि यह बंगला आशा भोंसले का था. एक्ट्रेस साधना को थायरॉइड की बीमारी भी हो गईं थीं, जिससे उनकी आंखों पर भी असर पड़ने लगा था. साल 2015 में इस मशहूर एक्ट्रेस ने तंगहाली में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
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