सांगली: महाराष्ट्र से एक बारे फिर पालघर जैसी घटना सामने आई है। मंगलवार को सांगली जिले में बच्चा चोरी के शक में 4 साधुओं पर लोगों ने खूब पीटा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं, साधुओं की पिटाई पर राजनीती तेज हो गई है। इस घटना को लेकर शिवसेना ने कहा है कि शिंदे सरकार में कानून व्यवस्था फेल है।
शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि संतों की भूमि कहे जाने वाले महाराष्ट्र के सांगली जिले में 4 साधुओं की पिटाई की गई तथा स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर वोट बटोरने वाली भाजपा के एक भी MLA घटनास्थल पर नहीं गए हैं। इससे साफ है कि भाजपा केवल दंगा-फसाद एवं नफरत की राजनीति में भरोसा करती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में एक बहुत बड़ा अंतर है, जिसे समझने की आवश्यकता है। भाजपा केवल हिंदूवादी होने का ढोंग कर रही है। वास्तव में भाजपा को केवल अपना वोट बैंक तैयार करने और किसी प्रकार छल, बल और भ्रष्टाचार से सत्ता पर काबिज होने की ललक है। वो केवल हवा हवाई की राजनीति कर रही है। बता दें कि ये मामला सांगली जाट तहसील के लवंगा गांव का है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार साधु एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर के मंदिर की तरफ जा रहे थे। वे सोमवार को गांव में एक मंदिर में रुके थे। एक पुलिस अफसर ने कहा कि मंगलवार को यात्रा फिर से आरम्भ करते समय उन्होंने एक लड़के से रास्ता पूछा था। इससे कुछ स्थानीय लोगों को शक हुआ कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले गिरोह के सदस्य हैं। ये बात गांव में रफ़्तार से फैल गई तथा स्थानीय लोगों ने साधुओं की जमकर पिटाई की। पुलिस के अनुसार, साधु यूपी के एक अखाड़े के सदस्य हैं।
हिजाब विवाद में मुस्लिम पक्ष ने मारी पलटी, अब कुरान की नहीं महिला अधिकार की दलील
'फ्री बिजली' पर आया नया नियम, आवेदन किए बिना नहीं मिलेगी सब्सिडी