अक्सर दोपहिया वाहनों पर आपने महिलाओं को चालक के पीछे वाली सीट पर बैठकर सवारी करते हुए देखा होगा। लेकिन सबसे ज्यादा खतरे में तो बाईक में सफर करते समय महिलाएं ही रहती हैं। जब ये बाईक के पीछे बैठकर सफर करती हैं तो उनका दुपट्टा या साड़ी का उड़ना, बिना हेलमेट के सफर करना, चालक का अचानक से ब्रेक जिससे कभी-कभी उछाल खाकर लोग गिर भी जाते हैं और साइलेंशर पर पैर रखकर बैठना जिसकी वजह से आग लगना की संभना हो सकती हैं। आप अगर चाहते हैं कि बाईक में आप सुरक्षित सवारी करे तो यह जानकारी जरूर पढ़ें।
अक्सर लोग बाइक या स्कूटर पर बैठने के बाद अपना पैर टिकाने के लिए फुट पेग निकालते हैं। ऐसा करते वक्त आपको चोट लग सकती है क्योंकि बाइक में बैठने के बाद झुककर हाथ से फुट पेग को निकालना काफी मुश्किल होता है इसलिए आप बैठने से पहले ही फुट पेग निकाले। स्कूटर या मोटरसाइकिल में राइडर के साथ-साथ पिलियन के लिए भी फुटपेग की व्यवस्था रहती है। ऐसी भी घटना आपको देखऩे को मिलती होगी जब गलती से राइडर उस वक्त बाइक को आगे बढ़ा देता है जब पिलियन राइडर पीछे बैठ रहा होता है। इसलिए आप बैठते वक्त चालक को यह सूचना जरूर दें कि जब तक आप न बोलें वह वाहन को आगे ना बढ़ाये। और कभी-कभी तो बाइक में तीन से ज्यादा लोग भी बैठ कर सवारी करते इससे भी दुर्घटना हो सकती है।
भारत में बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं जो साड़ियां पहनकर या फिर गले में दुपट्टा बांधकर बाइक पर बैठती हैं। बहुत सारी घटनाओं में यह देखा गया है कि एक्सीडेंट इसलिए हुआ क्योंकि कपड़ा बाइक के पहिए या फिर बगल से जा रही गाड़ी में फंस जाता है, इस कारण से भी गंभीर घटनाएं हो जाता है। इसलिए आप स्कूटर या बाइक पर पिछे बैठने से पहले इस बात पर ध्यान दे कि आपका कपड़ा उड़ तो नहीं रहा है। इन बातों का अगर आप ध्यान रखेगें तो किसी दुर्घटना के चपेट में नहीं आयेगें।
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