उत्तरप्रदेश : सहारनपुर में हिंसा भड़काने का आरोपी और भीम आर्मी का संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ़ ‘रावण’ को यूपी पुलिस ने आखिर हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार कर ही लिया. सहारनपुर हिंसा में उसकी भागीदारी मानी जा रही थी.
गौरतलब है कि सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में पांच मई को तब हिंसा भड़क उठी जब दलितों ने ठाकुरों द्वारा निकाली जा रही एक शोभायात्रा में तेज आवाज में संगीत बजाने पर आपत्ति ली थी.दोनों पक्षों में इस बात को लेकर हुए विवाद में हिंसा भड़क उठी थी . इस हिंसा मे क्षत्रिय समाज के एक युवक की मौत हो गई थी.इस मौत से गुस्साए लोगों ने दलितों के घर तोड़फोड़ और मारपीट की थी. इस घटना के बाद भीम आर्मी से जुड़े करीब 1000 लोगों ने एक प्राइवेट बस, 10 मोटरसाइकिलें और एक कार जला दी थी. हिंसा में तीन पुलिसवाले और एक पत्रकार घायल हो गए थे.चंद्रशेखर ने पिछले दिनों सहारनपुर में कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों के अत्याचार के खिलाफ दिल्ली में बड़ा दलित प्रदर्शन भी किया था.
बता दें कि पुलिस को चंद्रशेखर बहुत दिनों से तलाथ रही थी. पेशे से वकील 30 वर्षीय चंद्रशेखर ने 28 मई को एक फेसबुक वीडियो में कहा था कि हम राजनीतिक दल नहीं हैं. हम अपने समुदाय के प्रतिनिधि हैं जो अब और चुप नहीं बैठेगा. स्मरण रहे कि सहारनपुर की कुल आबादी 29 लाख है जिसमें अनुसूचित जाति की संख्या करीब 21 प्रतिशत है. सहारनपुर की हिंसा में चंद्रशेखर की भूमिका भी संदिग्ध मानी गई थी. हालाँकि मायावती ने भीम आर्मी से बसपा का कोई संबंध नहीं होने का खुलासा किया था.
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