लखनऊ। उत्तरप्रदेश में राजनीतिक खींचतान तो चलती रहती है लेकिन राजनीतिक तौर पर एक दल पर कथित तौर पर दूसरे दलों के सदस्यों पर हमला करने की घटनाऐं बढ़ने से मामले गंभीर हो रहे हैं हालांकि अभी तक इस तरह की पुष्टि नहीं हो सकी है जिसमें यह बात सामने आई है कि इस तरह के हमले राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं। मगर बहुजन समाज पार्टी के एक कार्यकर्ता के साथ मंगलवार को हिंसक वारदात होने से मामला गर्मा गया।
मिली जानकारी के अनुसार बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती मंगलवार को सहारनपुर दौरे पर थीं। इस दौरान करीब एक माह में तीसरी बार हिंसा भड़क गई। मायावती की रैली से लौटने वाले लोगों पर हमला हुआ। इस दौरान गोली लगने से युवक की मौत हो गई। हालांकि 1 दर्जन लोग घायल हो गए थे। इतना ही नहीं सहारनपुर के सिविल अस्पताल में इन लोगों को भर्ती करवाना पड़ गया।
गौरतलब है कि सहारनपुर में मायावती ने कहा था कि योगी सरकार में दलित पीड़ितों की सुनवाई नहीं की जा रही और ऐसे में कमजोर वर्ग बेहद नाराज़ है। हिंसा के इस मामले को लेकर मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हालात बिगड़ने को लेकर जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं उन्होंने इन हालातों के लिए मायावती को जवाबदार बताया और कहा कि सहारनपुर में शांति स्थापित हो गई थी मगर मायावती अपने स्वार्थ के कारण यहां चली गईं और फिर अव्यवस्था हुई।
मिली जानकारी के अनुसार सहारनपुर में जातिगत हिंसा हो गई। जिसके बाद पुलिस व प्रशासन द्वारा गंभीरता बरती गई। इस मामले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। सरकार द्वारा मृतकों के परिजन को 15 लाख रूपए और घायलों को 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
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