नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय सेना के सहायक पद पर पदस्थ जवानों का समर्थन किया है। गौरतलब है कि इन सहायकों द्वारा कथित तौर पर अधिकारियों द्वारा दूसरे काम जो कि निचले स्तर के थे लिए जाने पर आपत्ती ली गई थी। ऐसे में केंद्र सरकार ने संसद में इन सहायकों का समर्थन किया है और कहा है कि लड़ाई में ही नहीं शांति के समय भी ये सहायक महत्वपूर्ण भूमिका में रहते हैं। गौरतलब है कि सरकार ने राज्यसभा में सहायक पद को लेकर किए जाने वाले सवालों को लेकर अपना जवाब दिया।
इस मामले में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि सहायक सेना में महत्वपूर्ण भूमिका में होते हैं। वे सेना का एक अंदरूनी भाग हैं। उन्होंने कहा कि सेना की हलचल और अन्य अभियानों में सहायक ही हथियार संभालते हैं। सहायक एक दूसरे को कवर भी करते हैं। गौरतलब है कि सेना में करीब 41 ओर 62 अधिकारी तैनात हैं।
इनसे निचले स्तर का काम नहीं लिया जाना चाहिए। भारतीय थल सेना के प्रमुख बिपिन रावत ने भी कहा था क सहायक भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण भाग हैं। गौरतलब है कि सहायक का पद केवल थल सेना में है।
भारत के एकमात्र विश्व रिकॉर्डधारी नीरज को मिली सेना में नौकरी
संसदीय समिति ने की देश के रक्षा बजट को बढ़ाने की मांग
नाविकों ने की अधिकारी की पिटाई, जांच के आदेश