गरीब, दलित, पिछड़े और किसानों के मसीहा कहे जाने वाले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.साहिब सिंह वर्मा की आज जयंती है. वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व तेरहवीं लोक सभा में सांसद भी रहे हैं. भारतीय राजनीति उन्हें अपनी सादगी और ईमानदारी के लिए भी पहचानती है.
राजधानी दिल्ली के मुंडका गांव में एक किसान परिवार में आज ही के दिन उनका जन्म साल 1943 में हुआ था. शिक्षा जगत के साथ-साथ केंद्र में मंत्रीपद और दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने तक का गौरव उन्हें प्राप्त है. उनके पिता का नाम मीर सिंह और माता का नाम भरपाई देवी था. किसान परिवार में जन्म लेने वाले साहिब का लालन-पालन किसानी करते हुए ही किया गया. वे शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का हिस्सा भी रहे थे. जहां से उनकी समाज और राष्ट्र के प्रति रूचि बढ़ी. उनका विवाह भी काफी छोटी उम्र में ही करा दिया गया था.
दिल्ली विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पुस्तकालय विज्ञान में पीएच.डी. की डिग्री हासिल की और दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज में लाइब्रेरियन पद पर कार्य किया. 1977 में दिल्ली नगर निगम के पार्षद के तौर पर उनके राजनैतिक जीवन की शुरुआत हुई. इसके बाद साल 1996 में वह दिन भी आया जब उन्होंने दिल्ली के सत्ता को संभाला. गरीब, दलित, पिछड़े और किसानों के मसीहा साहिब सिंह को बेहद दर्दनाक मौत मिली थी. 30 जून 2007 को एक सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया था. उनकी कार की टक्कर एक ट्रक से हुई. उस समय साहिब सकीर जिला से नीम का थाना में एक विद्यालय की आधारशिला रखकर वापिस दिल्ली लौट रहे थे.
आप नेताओं ने चुनाव आयोग और पीएम मोदी को लिखे पत्र, इन बातों पर जताई आपत्ति
राजस्थान में हुई चुनाव आयोग की बैठक, तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा
पूर्व सांसद आनंद मोहन का बड़ा बयान, कहा - हम कोई फूटबाल नहीं जो कोई किक मारकर किनारे कर दे..