जकार्ता: इंडोनेशिया की एक अदालत ने मंगलवार को कथित 'ईशनिंदा' (Blasphemy) के आरोप में एक महिला को दो साल जेल की सजा सुनाई है। रिपोर्ट के अनुसार, 33 वर्षीय प्रसिद्ध सोशल मीडिया प्रभावकार लीना लुत्फियावती, जिनके चीनी शॉर्ट-फॉर्म वीडियो होस्टिंग ऐप टिकटॉक पर 20 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, को सोशल मीडिया साइट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के लिए 'नफरत भड़काने' का दोषी पाया गया था। इस साल मार्च में उन्हें 'क्रिस्पी स्किन पोर्क' (सूअर का गोश्त) खाने से पहले 'बिस्मिल्लाह' (एक इस्लामिक प्रार्थना) कहते हुए सुना गया था।
Americans don't realize how lucky they really are.
— Brian Krassenstein (@krassenstein) September 20, 2023
Lina Lutfiawati, an Indonesian woman, was just sentenced to 2 years in prison for posting this video on social media.
She was charged with Blasphemy for saying the word “Bismillah," an Arabic phrase that means “in the name of… pic.twitter.com/43xpVJPekV
जेल की सजा के अलावा, कोर्ट ने टिकटॉकर को 250 मिलियन रुपये (16,245 डॉलर या 13,48,111 भारतीय रुपये) का जुर्माना देने को भी कहा, अन्यथा उसकी जेल की अवधि तीन महीने बढ़ा दी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, लीना लुत्फियावती एक लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर हैं, जिनके दो मिलियन से अधिक टिकटॉक फॉलोअर्स हैं। बॉलीवुड फिल्मों के प्रति उनके प्रेम के कारण उन्हें भारतीय नाम लीना मुखर्जी मिला। वह भारत में भी बिजनेस चलाती हैं। लीना एक मुस्लिम हैं और इस्लाम में सूअर का मांस खाना सख्त वर्जित है।
बता दें कि, मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में सूअर का मांस खाने पर प्रतिबंध है और दोषी पाए जाने वालों पर ईशनिंदा कानून के तहत भी मुकदमा चलाया जा सकता है। कथित तौर पर लीना इंडोनेशिया के बाली में यात्रा कर रही थीं, जब उन्होंने टिकटॉक वीडियो अपलोड किया। मार्च में वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया था। वीडियो में लीना को "बिस्मिल्लाह" कहते हुए सुना जा सकता है, जिसका अरबी में अनुवाद "भगवान के नाम पर" होता है। वीडियो को लाखों बार देखा गया और इसकी अत्यधिक निंदा की गई। इन्ही में से एक अन्य इंडोनेशियाई ने "एक मुस्लिम के रूप में जानबूझकर सूअर की खाल खाने" के लिए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मई में, इंडोनेशिया की एक कोर्ट ने लीना को घृणित जानकारी प्रसारित करने के लिए दोषी ठहराया। अदालत ने फैसला सुनाया कि यह जातीयता, धर्म और नस्ल को लेकर शत्रुता का कार्य था। इंडोनेशिया के प्रमुख मुस्लिम मौलवी निकाय, उलेमा काउंसिल सहित देश भर के कई इस्लामी समूहों ने लीना द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को ईशनिंदा बताते हुए फैसले जारी किए। लीना का मामला इंडोनेशिया में हाई-प्रोफाइल ईशनिंदा दोषसिद्धि की लंबी श्रृंखला में सबसे हालिया है। पिछले साल, इंडोनेशियाई पुलिस ने होलीविंग्स नाम के एक बार द्वारा मोहम्मद नाम के ग्राहकों के लिए इस्लाम में प्रतिबंधित मुफ्त शराब का प्रचार करने के बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
इसी तरह, 2017 में, एक इंडोनेशियाई अदालत ने देश की राजधानी जकार्ता के तत्कालीन ईसाई गवर्नर बासुकी तजहाजा पुरनामा को ईशनिंदा का दोषी पाया और उन्हें कुछ कुरान की आयतों की गलत व्याख्या के संबंध में की गई टिप्पणियों पर 2 साल की जेल की सजा सुनाई थी। वहीं, इसी साल अगस्त में पूर्वी जावा के लामोंगन में सरकारी स्वामित्व वाले जूनियर हाई स्कूल एसएमपीएन 1 में हिजाब ठीक से न पहनने की सजा के रूप में एक शिक्षक ने 14 छात्राओं को कर दिया गंजा कर दिया था।
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