भगवान में लोगों की अटूट श्रृद्धा और विश्वास होता है. लोगों में उनके लिए आस्था देखि जाती है. अक्सर मंदिरों में समय-समय पर ऐसे दैवीय चमत्कार देखने को मिलते हैं कि जो आपको ईश्वर के अस्तित्व पर विश्वास करने को मजबूर कर देते हैं. कई चमत्कार आपने भी देखे होंगे और कुछ के बारे में आपने सुना होगा. ऐसा ही चमत्कारिक मंदिर है ईडाणा माता का मंदिर. यहां कुछ ऐसा देखने को मिलता है जिसे जानकर आपको भी हैरानी होगी और थोड़ा अजीब भी लगेगा.
आपको बता दें, ये मंदिर सलूंबर से 25 किमी दूर कुराबड़-बंबोरा मार्ग पर स्थित है. ईडाणा माता मंदिर में स्थापित मां ईडाणा खुद ही अग्नि स्नान करती हैं. ऐसा माना जाता है कि जब-जब देवी खुश होती हैं तो आग की लपटें उन्हें घेर लेती हैं. देखते ही देखते अग्नि विकराल रूप धारण कर 10 से 20 फिट तक लपटें पहुंच जाती है मगर श्रृंगार के अतिरिक्त अन्य सामग्री को कोई आंच तक नहीं आती है. भक्त इसे देवी का अग्नि स्नान कहते हैं. इसे देखकर हर कोई हैरान रह जाते है और इसे वो चमत्कार ही कहते हैं.
इतना ही नहीं यहां के पुजारी बताते हैं कि देवी मां महीने में एक या दो बार अग्नि से स्नान करती हैं. हालांकि किसी व्यक्ति ने अपनी आंखों से देवी मां को नहीं देखा है. मगर स्नान के बाद मां के वस्त्र जले हुए मिलते हैं. इससे यह माना जाता है कि अग्नि स्नान के वक्त मां के वस्त्र अग्नि में भस्म हो जाते हैं. इसके बाद मां को नए वस्त्र पहना दिए जाते हैं. इसी अग्नि के कारण आज तक यहां मंदिर का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है. यहां आने वाले भक्त जिनकी मनोकामना देवी मां पूरी करती हैं, वो इस मंदिर में त्रिशूल चढ़ा देते हैं.
यहां जाने से आपके साथ हो जाएगी ऐसी घटना कि आप भी नहीं समझ पाएंगे