लखनऊ: हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के मध्य लोकसभा चुनाव के लिए हुए गठबंधन के बाद राज्य की राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव दिखाई दे रहा है. हाल ही मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव दोनों ही इस बार के लोकसभा चुनाव में ताल ठोंकते दिखाई दे सकते हैं. जहां डिंपल यादव अपनी पारंपरिक सीट कन्नौज से एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं.
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उल्लेखनीय है कि डिंपल अभी कन्नौज सीट से ही सांसद हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव में शिकस्त झेलने के बाद अखिलेश ने कहा था कि डिंपल अगला चुनाव नहीं लड़ेंगी. किन्तु टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों ने जानकारी दी है कि अखिलेश यादव किसी और सुरक्षित सीट से चुनाव में उतर सकते हैं. अखिलेश यादव से लिए एक सुरक्षित सीट की खोज भी शुरू हो चुकी है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, अखिलेश यादव फिरोजाबाद सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. हालांकि उनके पास बुंदेलखंड, पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी में कई सीटों से चुनाव लड़ने का विकल्प हैं.
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हाल ही में हुए सपा-बसपा गठजोड़ के बाद पार्टी चुनाव के लिए फिर से नई रणनीति बनाने की कोशिशों में लग गई हैं. अखिलेश ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कहा है कि वे एक नई लोकसभा सीट से संसद में लौटना चाहते हैं, किन्तु यह कौन सी सीट होगी, इस पर अभी फैसला नहीं हो पाया है. पार्टी में वंशवाद बढ़ाने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोप पर अखिलेश ने कहा है कि भगवा पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं एवं संगठन में चल रहे भाई-भतीजावाद को पहले रोकना चाहिए.
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