मुंबई: अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रईस शेख ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर मुस्लिम मरीजों की सर्जरी से पहले उन्हें दाढ़ी कटवाने को कहते हैं. शेख ने इस परंपरा को बंद करने का आग्रह किया है. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) में सपा के मुख्य नेता शेख ने निकाय आयुक्त अजय मेहता को खत लिखते हुए उनका ध्यान इस परंपरा की तरफ आकर्षित किया है. साथ ही उन्होंने इसे अस्वीकार्य बताया है.
वेतन 1 लाख 77 हजार रु, करें बस एक इंटरव्यू पास
अपने पत्र में उन्होंने दावा किया है कि बीएमसी द्वारा संचालित अस्पतालों के डॉक्टर मुस्लिम मरीजों के मामूली ऑपरेशनों से पूर्व भी उन्हें दाढ़ी कटवाने को कहते हैं. सपा पार्षद रईस शेख द्वारा उठाई गई इस मांग का समर्थन, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबु आजमी ने भी किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केवल मुस्लिमों की ही दाढ़ी को उपचार के नाम पर काटा जा रहा है. किसी साधु संत और किसी अन्य धर्म के लोगों की दाढ़ी नहीं काटी जाती है.
क्या अब बंद होंगे 2000 के नोट, आरबीआई ने कम की छपाई
उल्लेखनीय है कि अबू आजमी अक्सर विवादित बयान देने के कारण चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान देते हुए इस मामले को धर्म से जोड़ते हुए कहा कि ये डॉक्टर नहीं कसाई हैं. बीएमसी के अस्पतालों में इलाज के नाम पर मुस्लिम पुरुषों की दाढ़ी जानबूझकर काटी जा रही है, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में जब आवश्यकता होती है तब ही दाढ़ी काटी जाती है.
खबरें और भी:-
राष्ट्रीय खेलों के दौरान हल्द्वानी में ही फुटबॉल मैच के आयोजन की तैयारी
नए साल में ईपीएफ पर मिलने वाले ब्याज में हो सकती है बढ़ोतरी