लखनऊ: राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA ) और आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने गुरुवार (22 सितंबर 2022) को कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI के कई ठिकानों पर एक साथ रेड मारी। इस छापेमारी अभियान में संगठन के कुछ पदाधिकारियों को भी अरेस्ट किया गया, जिसके बाद अब सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने इस पर आपत्ति जाहिर की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur-Rahman Burke), भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का मिशन लेकर चल रहे कट्टरपंथी संगठन PFI के पक्ष में खड़े हो गए हैं। बर्क ने मीडिया के सामने PFI पर हो रही कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए हैं और इस मामले में कई गंभीर इल्जाम भी लगाए। मीडिया से बात करते हुए बर्क ने कहा कि आखिर PFI का जुर्म क्या है। वह देश की कई संस्थाओं की तरह एक संस्था है, जैसे अन्य संस्थाएँ अपने कार्यक्रम चलाती हैं, वैसे ही PFI भी अपने कार्यक्रम संचालित करता रहता है। बर्क ने यह भी कहा कि PFI देश के मुस्लिमों की समस्याओं से लड़ रहा है।
बता दें कि, गुरुवार (22 सितंबर 2022) को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने भारत के कुल 15 राज्यों में कट्टरपंथी संगठन के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की हैं। वहीं, देश की कुल मुस्लिम जनसंख्या में 85 फीसद हिस्सेदारी रखने वाले पसमांदा मुस्लिमों के संगठन 'ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज' ने PFI के खिलाफ हुई कार्रवाई का स्वागत किया है। संगठन का कहना है कि 'PFI खुद को इस्लाम के रक्षक के रूप में पेश करके, देश को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। हमने उनकी नीतियों का लगातार विरोध किया है और उन पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है।'
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